जयतु संस्कृतम्

Prauda Manorama With Brihat And Laghu Shabda Ratna Dwitiya Bhag | वृहद शब्द रत्न सहित हिन्दी प्रौढ मनोरमा द्वितीय भाग [ PDF ]

Prauda Manorama
With Brihat And Laghu Shabda Ratna Dwitiya Bhag |

प्रौढ मनोरमा
द्वितीय भाग वृहद शब्द रत्न सहित हिन्दी 


Category     Sanskrit Grammer 
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File Size996MB
All Pages      1176
LanguageSanskrit  Hindi 

संस्कृत भाषा में धर्म शास्त्र कई हैं, जैसे कि मनुस्मृति, याज्ञवल्क्य स्मृति, वैष्णव धर्मशास्त्र, शिव धर्मशास्त्र, बौद्ध धर्मशास्त्र आदि। संस्कृत साहित्य में व्याकरण भी एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है। पाणिनि का अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण का मूल ग्रंथ है। संस्कृत न्याय शास्त्र भी महत्वपूर्ण है, जो कि तर्कशास्त्र के रूप में जाना जाता है। न्याय सूत्रों, न्यायवैशेषिक और मीमांसा शास्त्र भी संस्कृत साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इसके अतिरिक्त, आधुनिक संस्कृत साहित्य में अनेक उपन्यास, कहानियां, कविताएं, नाटक, विज्ञान, इतिहास, धर्म, समाज और संस्कृति से संबंधित अन्य विषयों पर भी लेखन उपलब्ध है। अधिकतम शब्द सीमा के लिए, यह बताया जा सकता है कि संस्कृत साहित्य में अनेक विषयों पर लगभग २०,००० से भी अधिक पुस्तकें उपलब्ध होती हैं।

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